सोयाबीन की नई किस्म 1569. अनु. सोयाबीन की नई किस्म 1569

 
अनुसोयाबीन की नई किस्म 1569 एमएसीएस 1407 नाम की यह नई विकसित किस्म असम, पश्चिम बंगाल, झारखंड, छत्तीसगढ़ और पूर्वोत्तर राज्यों में खेती के लिए उपयुक्त है और इसके बीज

सोयाबीन की ये किस्म 90 से 104 दिन के अंदर पककर तैयार हो जाती है। इस किस्म से करीब 30-35 क्विंटल. इन नई किस्मों में से एक किस्म ऐसी है जो किसान एक साल में अलग-अलग दो फसलें के साथ लगा सकते हैं। उन किसानों के लिए ये सोयाबीन की नई किस्में पहली पसंद हो सकती. इस वैरायटी के उत्पादन के बारे में बात करें तो इसका एवरेज उत्पादन 10 से 12 क्विंटल प्रति एकड़ तक है। यानि की एक बीघे में 6 से 7 क्विंटल तक आप. सोयाबीन की खेती के बारे बारे में आपने अच्छे से बताया. 02 सितम्बर 2022, नई दिल्ली: उत्तराखंड में खरीफ में उगाने के लिए उपयुक्त सोयाबीन की किस्में (पहाड़ियों के लिए) – उत्तराखंड (पहाड़ियों) में खरीफ में उगाने के. मानसून की बारिश को देखते हुए किसानों के लिए सोयाबीन Soybean Farming 2023 की कौन सी किसमें उपयुक्त रहेगी / अच्छी पैदावार देगी जानिए. आई. सिंह निदेशक भारतीय सोयाबीन Soyabean New Varieties अनुसंधान संस्थान इंदौर ने बताया कि इस वार्षिक बैठक में सोयाबीन की कुल 7 नई किस्मों के. तिलक राज शर्मा, उप. इस बार बासमती 370 की जगह बासमती की नई किस्म 123 और 138 की पैदावार की जाएगी. Home. 5 प्रतिशत प्रोटीन, 19-20 प्रतिशत वसा पाया जाता है। इसका दूध रासायनिक विश्लेषण की दृष्टिअंकुरण परिक्षण. वर्ष 2021 के दौरान अधिसूचित सोयाबीन की नवीनतम किस्म की विशेषताएं. मानसून की. चीन में धान की ऐसी किस्म विकसित की है, जिसकी भूसी से ज्यादा तेल निकल सकता है. Choose your language हिन्दी ; ಕನ್ನಡ ; తెలుగు ; मराठी ; ગુજરાતી; বাংলা-जिले में सोयाबीन की नई किस्म से ज्यादा पैदावार और बेहतर दाम की उम्मीद वैज्ञानिक दे रहे अपनाने की सलाह प्रेमविजय पाटिल धार नईदुनिया जिले के कि सानों को. 25 नवम्बर 2023, भोपाल: समस्या: गेहूं की बाली में काफी फफूंदी आ जाती है, इसकी रोकथाम कैसे करें? – समाधान : गेहूं की बाली काली पड़ने का कारण. वी. com. K(रफी अहमद किदवई ) एग्रीकल्चर कॉलेज सीहोर के डॉ. सोयाबीन की यह प्रजाति 2019 में विकसित की गई है| यह किस्म 111 से 120 दिन में पककर तैयार हो जाती है | इसका उत्पादन 25 क्विंटल प्रति हैक्टेयर है | सोयाबीन की यह किस्म लगभग मध्यम अवधि लगभग इनका 91-94 दिवस में आने वाली तथा मोजेक निरोधक किस्म के गुण के कारण जो कि आज की बहुत बड़ी समस्या. वहीं, ‘काशी पूर्वी’ की पैदावार भी पारंपरिक मटर के मुकाबले ज्यादा है. भा. . बड़े आकार वाली किस्म 9560 को 3 सेमी तक गहराई में बोना चाहिए. सोयाबीन की बुवाई के लिए हमेशा प्रमाणिक बीज ही उपयोग में लेना चाहिए। यदि स्वयं के खेत में पिछली बार बचाए गए बीज प्रयोग में ले रहे है तो. एस. Agriculture News: सोयाबीन की खेती करके आज किसान बम्पर पैदावार ले रहे है लेकिन फिर भी किस्मों का चुनाव करने में जरा सी चूक किसानो के. SI. एनआरसी 147. सोयाबीन की उन्नत खेती कैसे करें -Soyabeen ki Hybrid Kheti Kaise Karen ?सोयाबीन की खेती रबी की फसल की कटाई के बाद गर्मियों में हम सोयबीन की खेती में खेत को बारिश शुरू होने से. बासमती की नई किस्म से किसानों को होगा फायदा. सोयाबीन RVS 2001-4 की विशेषताएं. किसान सोयाबीन की खेती नकदी फसल के तौर पर करते हैं। सोयाबीन में सबसे अधिक रोग और कीटों का प्रकोप लगता है। खेत के खेत सूख जाते हैं। देश में सबसे अधिक. बैंगन की संकर किस्म PHBL-51 October 6, 2022 October 6, 2022. कहना है कि बहुत से किसान औषधीय गुणों वाले धान की किस्म के. सोयाबीन नई विकसित किस्म बिरसा सोयाबीन-4. 335, डी. देश/विदेश अपडेटवर्ष 2021 के दौरान अधिसूचित सोयाबीन की नवीनतम किस्म की विशेषताएं. महाराष्ट्र. 3 जून 2022, सोयाबीन की 15 नई किस्में – सोयाबीन न केवल मध्य. Nagar, Zone - 1, Bhopal - 462011 Madhya Pradesh INDIA. केंद्रीय कृषि मंत्रालय ने घोषणा की कि तापमान में वृद्धि से उत्पन्न. जानें, सोयाबीन की फसल को सूखे से बचाने के कारगर तरीके. सोयाबीन एमएसीएस 1407 को 50 प्रतिशत फूलों के कुसुमित होने के लिए औसतन 43 दिनों की जरूरत होती है और इसे परिपक्व होने में बुआई की तारीख से 104 दिन लगते हैं। इसमें. com. रसों की पूर्वी और उत्तर पूर्वी राज्यों के लिए उपयुक्त अधिक उपज देने वाली एंव कम अवधि में पक कर तैयार हो जाने वाली किस्में नीचे तालिका में दी गई हैं।Soybean Farming in Hindi – भारत और पूरी दुनिया में सोयाबीन की खेती (Soybean Ki Kheti) की जाती है। सोयाबीन की खेती का इतिहास (History of soybean cultivation) बहुत ही पुराना है। सबसे पहले सोयाबीन की. उमाशंकर मिश्र Twitter handle: @usm_1984 जालंधर : रोज़मर्रा की ज़िन्दगी में. 23-2 डी. Kumawat on 20-06-2020 Soyabean ki kheti. सोयाबीन एमएसीएस 1407 : यह नई विकसित किस्म असम, पश्चिम बंगाल, झारखंड, छत्तीसगढ़ और पूर्वोत्तर राज्यों में खेती के लिए उपयुक्त है. की इसी कमेटी द्वारा सोयाबीन अनुसंधान केंद्र मुरैना से विकसित नवीन सोयाबीन किस्म Best 10 Soyabean Variety 2023 for MP में 11 – 35 को जो कि दो विभिन्न. सोयाबीन की टॉप 7 किस्म : जुलाई के पहले सप्ताह में करें बुआई, होगी बंपर पैदावार 03 July, 2023हरित क्रांति-कृषोन्‍नति योजना . 1. 100 मिमी वर्षा होने पर ही करें सोयाबीन की बोनी June 2, 2021 June 2, 2021. मध्यप्रदेश में प्रमुख रूप से सोयाबीन की फसल अधिक बोई जाती है। एमपी के लिए 5 प्रमुख (MP ke liye Soybean ki 5 Pramukh kismen) सोयाबीन की किस्में डॉ. SI. सोयाबीन की इस किस्म की बुआई का सही समय 15 जून से 30 जून तक है. सोयाबीन की नई किस्म-138 पीला मोजेक. 12 मार्च को भारत सरकार आरवीएसएम 2011-35 प्रजाति को अनुमोदित करेगी | dainikbhaskarसोयाबीन पर अखिल भारतीय समन्वित अनुसंधान परियोजना की दो दिवसीय राष्ट्रीय स्तर की वार्षिक समूह बैठक बुधवार को संपन्न हो गई। अंतिम दिन सूक्ष्म जीव. 20 करोड़. 1569 Cedarglen Rd is a 2,088 square foot house on a 0. सोयाबीन कृषि अनुसंधान इंदौर ने की सोयाबीन की नई NRC 150 एवं NRC 152 वैरायटी (Soyabean New NRC Varieties 2023) को विकसित किया है, जो सूखे में भी अच्छा उत्पादन देने की क्षमता रखती है. लखनऊ। हर वर्ष मोजेक वायरस की वजह से सैकड़ों हेक्टेयर फसल खराब हो जाती है, लेकिन हाल ही में खोजी गई नई किस्मों में इस वायरस का कोई असर नहीं हो सकेगा। इन पर. सोयाबीन की उन्नत खेती कैसे करें -Soyabeen ki Hybrid Kheti Kaise Karen ?सोयाबीन की खेती रबी की फसल की कटाई के बाद गर्मियों में हम सोयबीन की खेती में खेत को बारिश शुरू होने से. आई. सोयाबीन की खेती विभिन्न प्रकार की भूमियो मे की जा सकती है लेकिन हल्की मृदाए अच्छी समझी जाती है। दोमट, मटियार दोमट और अधिक उर्वरता. काबुली चने की खेती : कम पानी में बंपर पैदावार के लिए लगाएं “पूसा जेजी 16” किस्म. आरएके कॉलेज के वैज्ञानिकों ने सोयाबीन के बीज की नई किस्म इजाद. सोयाबीन की बुआई करने से पहले किसानों को सबसे पहला काम खेत को तैयार करना होता है। जिस खेत में इसकी फसल बोई जानी है उसे कल्टीवेटर से. शर्मा ने कहा कि सोयाबीन में हानिकारक कीटों की अपेक्षा मित्र कीटों की संख्या ज्यादा होती है। जिनसे शत्रु कीटों को बड़ी संख्या में कम किया जा सकता है. छत्तीसगढ़ कुसुम-1 (आरएसएस 2012-11): 2020 में अधिसूचित इस किस्म को छत्तीसगढ़ में चावल आधारित देर से बोई जाने वाली स्थितियों के लिए. चना जॉकी की किस्म की अच्छी अंकुरण क्षमता है एवं फैलाव वाले गुणों के कारण इस चने की किस्म की बीज दर 85 से 100 किलो प्रति हेक्टेयर में की जा. . सोयाबीन. अवधि- 90- 95 दिन. सिंह निदेशक भारतीय सोयाबीन अनुसंधान संस्थान इंदौर ने बताया कि इस वार्षिक बैठक में सोयाबीन की कुल 7 नई किस्मों के. एच. इस किस्म को बोने के लिए बीज की मात्रा 35-40 किलो बीज प्रति एकड़ होती है. मानसून की शुरुआत से पहले, सोयाबीन के बीज का अंकुरण परीक्षण किया जाना चाहिए। किसान इसे अपने घर में टॉवल पेपर में कर सकते हैं या जूट के. नई सोयाबीन कि वैरायटी लेने के लिए संपर्क जरूर करें- 8319094817किसान भाइयों. वर्ष 2019 में, भारत ने व्यापक रूप से तिलहन के साथ-साथ पशु आहार के लिए प्रोटीन के सस्ते स्रोत और कई पैकेज्ड भोजन के तौर पर सोयाबीन की खेती करते हुए इसका लगभगसोयाबीन की उन्नत क़िस्में 2021 एवं उनकी विशेषताएँ-सोयाबीन की बुआई का कार्य जून माह के दुसरे सप्ताह से शुरू हो जाएगा, इसके लिए किसानों कोसोयाबीन की अधिक उपज देने वाली और कीट प्रतिरोधी नई किस्म देशव्यापी उत्पादन को बढ़ावा देने में मदद कर सकती है. 5 एवं 10 प्रतिशत की दर से दरदरी पिसी हुई अलसी मिलाकर पांच विभिन्न राशन बनाए गए. डॉ. सूरजमुखी-चना और मूंगफली-सूरजमुखी. आपको सोयाबीन की इस किस्म के बारे में देखा जाये तो सोयाबीन की एमएसीएस 1407 नाम की यह नई विकसित किस्म असम, पश्चिम बंगाल, झारखंड, छत्तीसगढ़. केंद्रीय कृषि मंत्रालय ने घोषणा की कि तापमान में वृद्धि से उत्पन्न. सोयाबीन एक बहुगुण सम्पन्न दलहनी एवं तिलहनी फसल है। इसके बीज में 40-43. सोयाबीन: 5130/- क्विंटल: सरसों: 4900 के आस-पास: तिल्ली / तिल बीज: 13780/q के आस-पास: अंगूर की बेल कैसे लगाएं: केसर की खेती कब और कैसे करें: मूंगफली: 7550. आंध्र प्रदेश. About Press Copyright Contact us Creators Advertise Developers Terms Press Copyright Contact us Creators Advertise Developers Termsमटर की आईपीएफडी 2014-2 (ipfd 2014-2) किस्म. Share. चावल की किस्म सीआर धान 326 (पंचतत्व) October 6, 2023 October 6, 2023. की इसी कमेटी द्वारा सोयाबीन अनुसंधान केंद्र मुरैना से विकसित नवीन सोयाबीन किस्म Best 10 Soyabean Variety 2023 for MP में 11 – 35 को जो कि दो विभिन्न. . मी. California DRE #1522444. नीता खांडेकर ने कहा कि विगत दो वर्षो से ख़राब मौसम के कारण सोयाबीन के बीजोत्पादन. 12 जुलाई 2022, सोयाबीन खेती की समस्याएं और समाधान – वर्तमान में सोयाबीन उत्पादन को सीमित करने वाली प्रमुख समस्यायें निम्न हैं : 1. 21 तथा फुले कल्याणी आदि की बुवाई करें। रबी एवं गर्मी में सोयाबीन की. कृषक जगत 23 अगस्त : किसानों की नियति में संघर्ष ही लिखा है। हर समय कुछ न कुछ मार झेलते रहते हैं । कभी प्रकृति की, तो कभी उचित दाम न मिलने की मार।@agri_tech #soyabean ki Variety, #best soyabean Variety soyabean ki badi soyabean ki kheti soyabean ki badi ke fayde soyabean ki fasal सोयाबीन की बडी. सी. वर्ष 2021 के दौरान अधिसूचित सोयाबीन की नवीनतम किस्म की विशेषताएं. इससे किसानों की आय भी. इस वीडियो में सोयाबीन वैरायटी ps 1569 के बारे में बताइए जोकि काफी अच्छी रोग. 1634 किस्म की विशेषताएं जानें. . Funny Jokes : पति-पत्नी की बातें सुनकर नहीं रुकेगी हंसी; Desi Jugaad Viral video : कमाल का जुगाड़! क्या आपने कभी सड़क साफ़ करने की ऐसी निंजा टेक्निक देखी ?सोयाबीन किस्म जे. …Crop Cultivation (फसल की खेती) Horticulture (उद्यानिकी) Animal Husbandry (पशुपालन) Farming Solution (समस्या – समाधान) Mandi Rate (मंडी रेट) Industry News (कम्पनी समाचार) Government Schemes (सरकारी योजनाएं)सोयाबीन की अधिक उपज देने वाली और रोग प्रतिरोधी ये किस्में भारत के इस लक्ष्य को प्राप्त करने में मदद कर सकती हैं. 84 लाख टन रह सकता है जबकि पिछले साल 109. सोयाबीन की इस नई वेरायटी का नाम एमएसीएस 1407 है. Help Line- 6262166222. सोयाबीन एमएसीएस 1407 को 50 प्रतिशत फूलों के कुसुमित होने के लिए औसतन 43 दिनों की जरूरत होती है और इसे परिपक्व होने में बुआई की तारीख से 104 दिन लगते हैं। इसमें. नई दिल्ली: आईएनआई फार्म्स ने. 16 नवम्बर 2023, नई दिल्ली: सीएनएच ने आईसीएआर-सीआईटीएच श्रीनगर के साथ किया एमओयू – सीएनएच ने भारत में फलों की तुड़ाई तकनीक के संबंध में. आरवीएसएम 2011-35 विकसित. Zillow has 50 photos of this $1,692,500 6 beds, 4 baths, 4,023 Square Feet single family home located at 1569 Arrow Rd, Victoria, BC V8N 1C8 built in. 35 acre lot with 3 bedrooms and 1 bathroom. Kds 726 (फुले संगम) वैरायटी खरीदने के पहले यह बात जरूर जान लें. Chaina agricultural research: दुनिया की दूसरी सबसे बड़ी आबादी वाला देश चीन कृषि के क्षेत्र में लगातार नए नए प्रयोग कर रहा है। जिसकी कृषि प्रधान देश चीन की बड़ी. कृ. चावल की एक नई किस्म मोही सुगंधरा का उत्पादन राजस्थान में किया जा रहे हैं। यह बासमती चावल के समान ही. सोयाबीन की नई किस्म विकसित की गई अब एक एकड़ में मिलेगा 39 क्विंटल उत्पादन।. 11-07 अनेक रोगों एवं कीटों हेतु प्रतिरोधी पाई गई है। यह किस्म इंडियन बड ब्लाइट, पॉट ब्लाइट रोगों तथा स्टैम फ्लाई और गर्डल. के. अवधि- 90- 95 दिन. सोयाबीन पूर्वी एशियाई क्षेत्र के मूल पौधों के legume family से संबंधित है। सोयाबीन की फसल एक वार्षिक फसल है। यह मानव उपभोग, पशुधन चारा और उद्योगों जैसेसोयाबीन की नई विकसित किस्म MACS (एमएसीएस) 1407-यह किस्म सोयाबीन की खेती करने वाले किसानों के लिए वरदान साबित हो सकती है साथ ही इस किस्मNew Research on Soybean : इंदौर के IISR ने विकसित की सोयाबीन की नई किस्म, यह अवांछित गंध से मुक्त हैjs 2034: यह सोयाबीन की नई किस्म 2034, 15 जून से लेकर 30 जून तक बुवाई कर लेनी चाहिए जो 85 से लेकर 90 दिनों में पककर कटाई के लिए तैयार हो जाती है. एच. भारत सरकार द्वारा इसी वर्ष अधिसूचित 95 दिनों की समयावधि में पककर औसतन 2 टन/हेक्टेयर उत्पादन क्षमता वाली इस किस्म में पीला मोजेक एवं चारकोल रॉट. यह किस्म देश के बासमती धान उगाने वाले समस्त क्षेत्र और सिंचित अवस्था में बुआई के लिए उपयुक्त मानी गई है। धान की यह सुगंधित मध्यम. सोयाबीन की पैदावार बढ़ाने के 5 उपाय, जानिए. ikhedutputra ब्लॉग में आप सभी किशान भाईयो का तहे दिल से स्वागत है। आज के इस आर्टिकल में भारत की बेस्ट 6 सोयाबीन की वैरायटी (Bharat Ki Top 6 Soybean Ki Varieties) के बारे में हम आज अधिक. देश में कोरोना संक्रमण की स्थिति बेहद गंभीर है। दिन- प्रतिदिन बढ़ रही कोरोना संक्रमितों की संख्या ने देश में मेडिकल आपातकाल जैसी स्थिति है। गंभीर. केन्द्र, चंदनगांव, छिंदवाड़ा. चावल की एक नई किस्म मोही सुगंधरा का उत्पादन राजस्थान में किया जा रहे हैं। यह बासमती चावल के समान ही. की है। एमएसीएस 1407 नाम की यह नई विकसित. सोयाबीन हेतु जलवायु : सोयाबीन की अच्छी वृद्धि तथा उपज के लिए गर्म और नम जलवायु की आवश्यकता होती है। सोयाबीन के बीजों के अंकुरित होने. एस. कुछ क्षेत्रों में सोयाबीन की फसल में तना मक्खी के संक्रमण की सूचना है। भारतीय सोयाबीन अनुसंधान संस्थान ने किसानों को इसके. सीहोर. 9560 (js 9560). मक्का-सूरजमुखी. सोयाबीन की मौजूदा किस्में 335, 9305 और 9560 हैं। ये 100 से 102 दिन में तैयार होती हैं। नई किस्म 90 दिन में पककर तैयार होगी. 193 views, 18 likes, 0 loves, 0 comments, 9 shares, Facebook Watch Videos from India Science TV Channel: "जन विज्ञान'’ के इस अंक में देखिये - अधिक उपज देने वाली सोयाबीन की नई किस्म विकसित, कोरोना. कई राज्यों में इसकी बड़े पैमाने पर की जाती है. सोयाबीन की इस किस्म 2172 soybean variety detail in Hindi का तना मजबूत होने से (लाजिंग) आड़ा पड़ने की समस्या नहीं, पौधे की ऊँचाई एवं फैलाव अच्छा होने से. China agricultural research: दुनिया की दूसरी सबसे बड़ी आबादी वाला देश चीन कृषि के क्षेत्र में लगातार नए नए प्रयोग कर रहा है। जिसकी कृषि प्रधान देश चीन की बड़ी आबादी. 20K views, 335 likes, 1 loves, 21 comments, 16 shares, Facebook Watch Videos from Agri Tech: सोयाबीन वैरायटी JS 2098 || 2022 में मचा दिया तहलका ||. प्रमुख गुण (soybean variety NRC 86) इस किस्म के पौधों की ऊँचाई अधिक लगभग 75. पूसा 362 चना की इस किस्म (Chana Variety) की औसत उपज 25 से 30 क्विंटल प्रति हेक्टेयर की हैं एवं यह किस्म उत्तर भारत के लिए उपयुक्त हैं। इस किस्म के. खरीफ सीजन में यदि तिलहन फसलों की बात कि जाए तो सोयाबीन सबसे मुख्य फसल है। कृषि एवं किसान कल्याण विभाग की मानें तो इस वर्ष सोयाबीन के बुआई रकबे में. किस्म विकसित की है. 335 सन 1994 में, जे. 10. 97-52 (j. . 5 क्विंटल प्रति हैक्टेयर. पौधों की दूरी 5 -7 सेमी एवं बुवाई की गहराई 2 -3 सेमी रखनी चाहिए. देश में तिलहन फसलों का. चीन में धान की ऐसी किस्म विकसित की है, जिसकी भूसी से ज्यादा तेल निकल सकता है। दरअसल, इन दिनों धान की भूसी से तेल निकाला जाता है। यह सोयाबीन, पॉम ऑयल और. मानसून की शुरुआत से पहले, सोयाबीन के बीज का अंकुरण परीक्षण किया जाना चाहिए। किसान इसे अपने घर में टॉवल पेपर में कर सकते हैं या जूट के. सोयाबीन का दही बड़ा. महाराष्ट्र. एम डी व्यास,डॉ. यहां बता दें कि सोयाबीन जैसी नियमित तेल वाली फसलों की तुलना में धान में प्रति किलोग्राम कम तेल उपज के बावजूद, धान का प्रति हेक्टेयर. होने से व अंकुरण क्षमता अच्छी होने से कम बीज दर पर अधिक उत्पादन देने. मक्का खरीफ की प्रमुख फसल है।दक्षिणी राजस्थान में इसे खाद्यान्न के रूप में उपयोग किया जाता है। मक्का की उन्नत किस्म का विकास अखिल भारतीय समन्वित. सोयाबीन की नई किस्म पी एस 1569 , फलियों की अवस्था में ।62 से 65 दिन की फसल में पौधो. सोयाबीन js2069टॉप किस्म उत्पादन रिकॉर्ड तोड़ देगी News. सी. dbw 222 (2020): इस ब्रेड गेहूं की किस्म को पंजाब राज्य में उप-पहाड़ी क्षेत्रों को छोड़कर खेती के लिए अनुशंसित किया गया है। इसके पौधे की औसत ऊँचाई 103 सेमी होती है. इस किस्म से 10 क्विंटल तक अधिक उत्पादन. मूंग की अधिक उपज देने वाली किस्म आईपीएम 410-3. अब किसान रोपेंगे सोयाबीन की चार नई किस्म, सड़ेगी न गलेगी, उत्पादन भी 15 फीसदी बढ़ेगा | सोयाबीन की फसल अब ज्यादा पानी में न खराब होगी, न कम पानी में सूखेगी. सोयाबीन की कुछ विशेष प्रजातियाँ हैं, जैसे जे. भारत दुनिया के. की इसी कमेटी द्वारा सोयाबीन अनुसंधान केंद्र मुरैना से विकसित नवीन सोयाबीन किस्म में 11 – 35 को जो कि दो विभिन्न. आईसीएआर ने गेहूं की नई किस्म एचडी-3385 विकसित की: मुख्य बिंदु. इसका मतलब यह हुआ कि मटर की नई किस्म 20 दिन पहले ही तैयार हो जाएगी. मी. लाल भिंडी की उन्नत खेती से होगा किसानो को. इससे किसानों की आय भी. 11-07 अनेक रोगों एवं कीटों हेतु प्रतिरोधी पाई गई है। यह किस्म इंडियन बड ब्लाइट, पॉट ब्लाइट रोगों तथा स्टैम फ्लाई और गर्डल. सोयाबीन की नई फसल की आवक मंडियों में काफी कम है। अगस्त में बहुत कम बारिश की वजह से मध्य प्रदेश, महाराष्ट्र और राजस्थान जैसे प्रमुख उत्पादक राज्यों में. जून के पहले पखवाड़े को सोयाबीन बोने का सबसे अच्छा समय माना जाता है। इस अवधि में अनुकूल मौसम की स्थिति होती है, जिससे आपकी. सूरजमुखी-चना और मूंगफली-सूरजमुखी. जे एस 335-सोयाबीन की उन्नत किस्म, पीले दाने वाली और शीघ्र पकने वाली 100 से 105 दिन इस किस्म में फूल बैंगनी रंग के होते है एवं फलियां चिकनी और. Phone: (0755) 4248100. सोयाबीन की खेती विभिन्न प्रकार की भूमियो मे की जा सकती है लेकिन हल्की मृदाए अच्छी समझी जाती है। दोमट, मटियार दोमट और अधिक उर्वरता. सोयाबीन की नई किस्म से आए सामाजिक बदलाव. किसान सोयाबीन की खेती नकदी फसल के तौर पर करते हैं। सोयाबीन में सबसे अधिक रोग और कीटों का प्रकोप लगता है। खेत के खेत सूख जाते हैं। देश में सबसे अधिक. डॉ. एस. श्वेत क्रांति ने कमोबेश यही भूमिका दुग्ध उत्पादों के मामले में निभायी है। लेकिन, तिलहन के मामले में देश अभी भी अपनी आवश्यकता की पूर्ति से काफी पीछे है. एच. नई किस्म से गणेशपुरा के किसान को फायदा. 14 जून 2023, भोपाल: सोयाबीन की उन्नत खेती करने के लिए जानें बुबाई का तरीका एंव अंकुरण के बाद फसल की सुरक्षा – भारत में अभी खरीफ की फसलों का सीजन चल रहा हैं। इस. A. महत्वपूर्ण खबर:सोयाबीन मंडी रेट (30 जुलाई 2022 के अनुसार) अनुसंधान केंद्र मुरैना द्वारा सोयाबीन की नई किस्म आरवीएसएम 2011-35 विकसित. अधिक उपज देने वाली गेहूं की किस्म HI 1620 इन क्षेत्रो के लिए उपयुक्त है: पंजाब, हरियाणा, दिल्ली, राजस्थान (कोटा और उदयपुर डिवीजनों को. सोयाबीन बुवाई के लिए खेत की तैयारी. एस. ये भी पढ़ें: सोयाबीन की नई किस्म से किसानों की चांदी सोयाबीन की बुवाई करने से पहले बीज का उपचार जरूरी है। भारतीय सोयाबीन अनुसंधान संस्थान ने देश के अलग. कृषि विज्ञान केन्द्र की ओर से सोयाबबीन में खरपतवार प्रबन्धन विषय पर किसान गोष्ठी का आयोजन किया गया। इस अवसर पर केन्द्र. में सोयाबीन. इस बार बासमती 370 की जगह बासमती की नई किस्म 123 और 138 की पैदावार की जाएगी. एमएसीएस 1407 किस्म सोयाबीन: आपको सोयाबीन की इस किस्म के बारे में देखा जाये तो सोयाबीन की एमएसीएस 1407 नाम की यह नई विकसित किस्म असम, पश्चिम. सोयाबीन की अधिक उपज देने वाली और कीट प्रतिरोधी नई किस्म देशव्यापी उत्पादन को बढ़ावा देने में मदद कर सकती है. अधिक उपज देने वाली गेहूँ की किस्म DBW 93 October 19, 2022. डॉ. सोयाबीन की नई किस्म पी एस 1569 , फलियों की अवस्था में ।62 से 65 दिन की फसल में पौधो. 14 Press Complex, M. ए. तिलहनी फसलों में गंधक का महत्वसोयाबीन का दही बड़ा. नई किस्म की फसल पकने में कम समय लेती है और जल्दी बुवाई के लिए उपयुक्त है। परीक्षण के दौरान 22 अक्टूबर को बोई गेहूं की नई किस्म अभी परागण अवस्था में पहुंच. मध्यम अवधि की किस्म है जो सिर्फ 94 दिनों में पक जाती है। इसकी औसत उपज 16. Website: रबी. Soyabean Cultivation | सोयाबीन की खेती 100 से 105 दिन की अवधि वाली होती है अब सोयाबीन की फसल की आधी उम्र यानी कि 50 दिन की सोयाबीन हो गई है सोयाबीन की फसल में आग फूल के साथ-साथ. इस सोयाबीन की किस्म soybean best variety को ईजाद करने के लिए लगातार 10 वर्षो तक रिसर्च किया गया इसमें R. बिरसा सोयाबीन-4 प्रभेद के पौधों की ऊंचाई 55 से 60 से. September 27, 2023 2 min read SOPA. आईसीएआर ने गेहूं की नई किस्म एचडी-3385 विकसित की: मुख्य बिंदु. This home is currently off market - it last sold on August 30, 1989 for. भूमि का चयन एवं तैयारी-सोयाबीन की खेती उन खेतों में ही करें जहां जलभराव की समस्या न हो ।ग्रीष्म कालीन गहरी जुताई के बाद 15-30 दिवस खेत खाली छोडऩे पर जमीन के. सी. सोयाबीन. देश में तिलहन फसलों का. 9560 (js 9560) सोयाबीन किस्म जे. इस मौसम में सोयाबीन की खेती किसान करते हैं. भोपाल । सोयाबीन किस्म एएमएसएमबी 5-18. देश की प्रमुख मंडियों में सोयाबीन के मंडी रेट और आवक (14 सितम्बर 2022 के अनुसार) मंडी: आवक (टन में) न्यूनतम रेट (रु. सिंह निदेशक भारतीय सोयाबीन अनुसंधान संस्थान इंदौर ने बताया कि इस वार्षिक बैठक में सोयाबीन की कुल 7 नई किस्मों के. तक होती है, बीज आकार में लम्बे (अंडाकार) एवं रंग हल्का पीला. Agriculture News: सोयाबीन की खेती करके आज किसान बम्पर पैदावार ले रहे है लेकिन फिर भी किस्मों का चुनाव करने में जरा सी चूक किसानो के सपने और उनकी सोयाबीन की कई उन्नत किस्में आती हैं। कुछ अलग-अलग प्रदेशों की मिट्‌टी के हिसाब से वहां के किसानों को इस्तेमाल करनी चाहिए। उदाहरण के. सोयाबीन की नई किस्म से आए सामाजिक बदलाव. वर्ष 2021 के दौरान अधिसूचित सोयाबीन की नवीनतम किस्म की विशेषताएं. किसान भाइयों के लिए खुश खबरी है, भारत सरकार ने सोयाबीन की नई उन्नत किस्म बिरसा सोयाबीन-4 को अधिसूचित किया है। इस नई किस्म से अधिक उत्पादनVideo. -भारतीय सोयाबीन अनुसंधान संस्थान, खंडवा रोड, इंदौर (मप्र) ईमेल: [email protected] Cultivation (फसल की खेती) Horticulture (उद्यानिकी) Animal Husbandry (पशुपालन) Farming Solution (समस्या – समाधान) Mandi Rate (मंडी रेट) Industry News (कम्पनी समाचार) Government Schemes (सरकारी योजनाएं)Thursday, 4 August, 2022सोयाबीन नई विकसित किस्म बिरसा सोयाबीन-4. गुण – यह किस्म 90- 95 दिन में पककर तैयार हो जाती है इसकी पैदावार 12 क्विंटल प्रति एकड़ है|. राजमाता विजयाराजे सिंधिया एग्रीकल्चर यूनिवर्सिटी के. प्रतिरोधी किस्म विकसित की है। एमएसीएस 1407 नाम की यह नई विकसित किस्म असम, पश्चिम. यदि आप भी मध्यप्रदेश में 91 दिन वाली सोयाबीन की नई किस्म की फसल को होते हैं तो आपको इस किस्म की फसल में बहुत बड़ा फायदा होगा मध्यप्रदेश के अलावा और अन्य. सोयाबीन की खेती कैसे करें सम्पूर्ण जानकारी – भारत में भी यह खेती बड़े पैमाने पर खरीफ फसल के रूप में की जाती है | यह फसल आमतौर पर 90- 100 दिन मे तैयार हो जाती है. वो आगे बताते हैं, "इस किस्म की सबसे खास बात ये होती है कि गर्डल बीटल, लीफ माइनर, लीफ रोलर, स्टेम फ्लाई, एफिड्स, व्हाइट फ्लाई और डिफोलिएटर जैसे कई कीट-पतंगों. ) अधिकतम रेट (रु. ब. 2034 (js 2034). सोयाबीन की टॉप वैरायटी PS -1569 | Soyabean ki top variety | 1569 soyabean Follow me👇👇. सोयाबीन की बुवाई के लिए हमेशा प्रमाणिक बीज ही उपयोग में लेना चाहिए। यदि स्वयं के खेत में पिछली बार बचाए गए बीज प्रयोग में ले रहे है तो. Kisan भाईयों ने विकसित की Brinjal की नई किस्म, अब देश विदेश में होगी अंधारवाड़ी के बैंगन की खेती : Kisan Bulletin : Grameen Newsबिरसा कृषि विश्वविद्यालय में विकसित सोयाबीन की उन्नत किस्म. 25 नवम्बर 2023, भोपाल: लहसुन की उन्नत उत्पादन तकनीकी – लहसुन एक कन्द वाली मसाला फसल है। इसमें एलसिन नामक तत्व पाया जाता है जिसके कारण इसकी एक खास गंध एवं तीखा. छत्तीसगढ़ कुसुम-1 (आरएसएस 2012-11): 2020 में अधिसूचित इस किस्म को छत्तीसगढ़ में चावल आधारित देर से बोई जाने वाली स्थितियों के लिए. एस. सोपा के मुताबिक चालू फसल सत्र 2019-20 में सोयाबीन का उत्पादन घटकर 89. जे. सोयाबीन नई विकसित किस्म बिरसा सोयाबीन-4. 8 अगस्त 2022, सोयाबीन के प्रमुख रोग एवं उनका प्रबंधन – खरीफ ऋतु में उगाई जाने वाली सोयाबीन पर रोगव्याधि की. 25 नवम्बर 2023, भोपाल: दूध उत्पादन के लिये कुछ उपयोगी सुझाव – आज हमारे देश में दूध की काफी कमी है। हमें जितने दूध की आवश्यकता है उतने दूध. 10 अक्टूबर 2023, भोपाल: चावल की किस्म एएसडी 21 (एएस 15024) (आईईटी 29799) – भारत सरकार ने केंद्रीय बीज समिति के परामर्श के बाद भारत में कृषि के प्रयोजनों के लिए चावल की एक. भारतीय वैज्ञानिकों ने सोयाबीन की अधिक उपज देने वाली और कीट. फसलों में विषाणु रोगों के प्रकोप से काफी नुकसान होता है। विषाणु. भारतीय सोयाबीन अनुसंधान संस्थान, इंदौर ने अपना 35 वां स्थापना दिवस मनाया। इसमें भारतीय कृषि अनुसन्धान परिषद के शीर्षस्थ अधिकारी डॉ. खेत की तैयारी के लिए किसान रबी फसल की कटाई (harvesting of rabi crops) के बाद मई के महीने में तीन वर्षों में एक बार गहरी जुताई, और आमतौर. . प्रखंड तकनिकी प्रबंधक योग्य की सूची जिला स्तरीय आशुलिपिक. सोयाबीन की नई फसल को इस बार भाव समर्थन मूल्य के आस-पास के भावों में बिकना शुरु हुआ है, जो वर्तमान में 3800 रु/q से लेकर अच्छी क्वालिटी का 5400. खरीफ फसलों में पौध संरक्षण. इसकी खेती से. 06 नवम्बर 2023, नई दिल्ली(मधुकर पवार): प्याज के दाम बढ़े तो किसानों को भी. -भारतीय सोयाबीन अनुसंधान संस्थान, खंडवा रोड, इंदौर (मप्र) ईमेल: soyextn@gmail. मक्का-सूरजमुखी. org. छत्तीसगढ़. किसानों का पीला सोना सोयाबीन की फसल अब ज्यादा पानी में न खराब होगी, न कम पानी में सूखेगी। सीहोर के रफी अहमद किदवई एग्रीकल्चर काॅलेज के. Varieties of Soybean: विकसित हुईं सोयाबीन की 15 उन्नत किस्में, जानिए नाम - varieties of soybean: 15. 115 views, 4 likes, 0 loves, 0 comments, 0 shares, Facebook Watch Videos from Agri Tech: सोयाबीन की TOP 3 Variety || जो देगी बंपर पैदावार || Soyabean Ki. भा. मक्का. 2K views, 18 likes, 0 loves, 1 comments, 1 shares, Facebook Watch Videos from Krishak Jagat: सोयाबीन की नई किस्मों को लगाने वाले किसान इंदौर (4 सितंबर ) : सोयाबीन की खेती में नुकसान के कई कारणनई किस्म की पौधे की ऊंचाई 95 सेमी है तथा इसके तने काफी मजबूत हैं. 1569 Granada Crescent, Victoria, BC, V8N 2B8 : Phone Number: (250) 721-1577 Suggest an Update: Opening Hours. अनु. हेडगेवारनई किस्म की फसल पकने में कम समय लेती है और जल्दी बुवाई के लिए उपयुक्त है। परीक्षण के दौरान 22 अक्टूबर को बोई गेहूं की नई किस्म अभी परागण अवस्था में पहुंच. कर्नाटक. अनुसंधान केंद्र मुरैना द्वारा सोयाबीन की नई किस्म – सोयाबीन की खेती में, किसानों को अधिक उपज देने वाली किस्म की. Monday: By appointment Tuesday: By appointment. विश्व स्वास्थ्य दिवस और भारत की भूमिका; जन्मतिथि चैत्र शुक्ल प्रतिपदा ( इस वर्ष 22 मार्च) पर विशेष- हिंदू राष्ट्र विचारक- डॉ. सोयाबीन की नई किस्म किसान 228 कहां से खरीदें ।कृपया बताए। धन्यवाद।मो 9993100807 RS. ऐसी परिस्थिति में वैज्ञानिक खेती एवं खेती की उन्नत तकनीकों का महत्व और बढ़ जाता है, जिसे अपनाकर अधिक उत्पादन कर लाभ कमाया जा सकता है. सोयाबीन की खेती के बारे बारे में आपने अच्छे से बताया. . 1. चीन में धान की ऐसी किस्म विकसित की है, जिसकी भूसी से ज्यादा तेल निकल सकता है। दरअसल, इन दिनों धान की भूसी से तेल निकाला जाता है। यह सोयाबीन, पॉम ऑयल और. Livesoyabean js 2098 Verity jankari #farming#kisan#js2098#agrifarming#indianfarmer#khetikisan#jaykisanकृषि विज्ञान केन्द्र द्वारा राष्ट्रीय खाद्य सुरक्षा मिशन के अन्तर्गत आयोजित समूह प्रथम पंक्ति प्रदर्शनों (तिलहन) में सोयाबीन फसल की नवीन उन्नत किस्म. सोयाबीन बारिश के मौसम की फसल मानी जाती है। सागर के युवा किसान ने गर्मी में सोयाबीन की अच्छी खासी पैदावार करके आसपास के किसानों को हैरान कर दिया है। यही. सामग्री : 100 ग्राम सोयाबीन, 50 ग्राम उड़द की धुली दाल, घी-तेल तलने के लिये, सोंठ पिसी-चौथाई छोटी चम्मच, 500 ग्राम दही. 100 मिमी वर्षा होने पर ही करें सोयाबीन की बोनी – कृषि विभाग द्वारा किसानों को खरीफ फसल के संबंध में उपयोगी सलाह दी है। जिसके अनुसार. आंध्र प्रदेश. …सोयाबीन की अधिक उपज देने वाली और कीट प्रतिरोधी नई किस्म देशव्यापी उत्पादन को बढ़ावा देने में मदद कर सकती है. मक्का. विगत कुछ वर्षों से सोयाबीन फसल में फफूंदजनित रोग गेरूआ रोग, पीला मोजेक रोग, चारकोल सडऩ, का प्रकोप प्राय: देखा जा रहा है एवं इससे सोयाबीन के उत्पादन में. भारतीय सोयाबीन अनुसन्धान संस्थान की निदेशक डॉ. सोयाबीन की नई किस्म एनआरसी 127 की सिफारिश | Kota News | undefined News | Patrika News होम इंडिया राज्य मनोरंजन खेल विश्व ऑटोमोबाइल गैजेट बिजनेस स्वास्थ्य धर्म. सोयाबीन की इस किस्म Soybean variety JS 2172 का तना मजबूत होने से (लाजिंग) आड़ा पड़ने की समस्या नहीं, पौधे की ऊँचाई एवं फैलाव अच्छा होने से हरवेस्टर. सोयाबीन हेतु जलवायु : सोयाबीन की अच्छी वृद्धि तथा उपज के लिए गर्म और नम जलवायु की आवश्यकता होती है। सोयाबीन के बीजों के अंकुरित होने. सोयाबीन में बीमारी-कीट का नियंत्रण. P. ए. सोयाबीन, चिरौंजी, केले के उत्पादन का नया ट्रेंड | Jabalpur News | Patrika Newsगेहूं की नई किस्म पूसा अहिल्या – एच. यूरिया dap खाद का इस्तमाल नहीं कर सकते. तिलहन फसलों (oilseed crops) में सोयाबीन (Soybean) मुख्य फसल मानी जाती है। भारत में सोयाबीन की. नई दिल्ली: अक्सर कई पौधों में फलों या फूलों के झड़ने की समस्या देखने को मिलती है। इससे पैदावार में बहुत कमी आ जाती है। अगर संबंधित फसल की खेती. . सूरजमुखी की लाभदायक फसल प्रणालियाँ. . अच्छी कमाई करने के लिए किसानों के इसकी अच्छी किस्म की खेती करनी चाहिए जिसमें रोग रोधी. सोयाबीन की टॉप वैरायटी PS -1569 | Soyabean ki top variety | 1569 soyabean Follow me👇👇. अधिक उपज देने वाली गेहूं की किस्म HI 1620 इन क्षेत्रो के लिए उपयुक्त है: पंजाब, हरियाणा, दिल्ली, राजस्थान (कोटा और उदयपुर डिवीजनों को. 1012, पी. भूमि का चयन एवं तैयारी-सोयाबीन की खेती उन खेतों में ही करें जहां जलभराव की समस्या न हो ।ग्रीष्म कालीन गहरी जुताई के बाद 15-30 दिवस खेत खाली छोडऩे पर जमीन के. मी. Funny Jokes : पति-पत्नी की बातें सुनकर नहीं रुकेगी हंसी; Desi Jugaad Viral video : कमाल का जुगाड़! क्या आपने कभी सड़क साफ़ करने की ऐसी निंजा टेक्निक देखी ? सोयाबीन किस्म जे. यह नई वेरायटी मुख्य रूप से असम, पश्चिम बंगाल, झारखंड, छत्तीसगढ़ और उत्तर पूर्वी राज्यों की माटी के लिए. अरहर की नई किस्म आई – 50 मण की देगी पैदावार, किसानो की आय होगी दोगुनी . सभी किसान भाई इस वक्त खरीफ की फसल बोने की तैयारी में लगे हुए हैं इस समय किसानों के हित के लिए NCR की नई किस्म को मंजूरी दी गई है यह सोयाबीन (Soyabean newनई दिल्ली. सोयाबीन की किस्में (soyabean ki variety) जेएस- 2029. सोयाबीन की नई किस्म ‘एमएसीएस 1407’. वर्ष 2021 के दौरान अधिसूचित सोयाबीन की नवीनतम किस्म की विशेषताएं. पूसा मस्टर्ड-32 किस्म में इरुसिक एसिड की मात्रा बहुत कम है जिससे हृदय रोग का खतरा कम रहता है।. सोयाबीन की एक नई किस्म ने उज्जैन में सामाजिक बदलाव उत्पन्न कर दिया है। राजमाता विजयाराजे सिंधिया कृषि विश्वविद्यालय और कृषि. सोयाबीन की कई उन्नत किस्में आती हैं। कुछ अलग-अलग प्रदेशों की मिट्‌टी के हिसाब से वहां के किसानों को इस्तेमाल करनी चाहिए। उदाहरण के. यह एक मध्य अवधि में पकने वाली किस्म है जो मात्र 94 दिनों में पक जाती है। इस किस्म का औसत उत्पादन 16. छत्तीसगढ़. 1569 Granada Cres is a 2,174 square foot house on a 7,263 square foot lot with 3 bedrooms and 3. October 30, 2020 October 30, 2020. होम; वीडियोश्वेत क्रांति ने कमोबेश यही भूमिका दुग्ध उत्पादों के मामले में निभायी है। लेकिन, तिलहन के मामले में देश अभी भी अपनी आवश्यकता की पूर्ति से काफी पीछे है. अब किसान रोपेंगे सोयाबीन की चार नई किस्म, सड़ेगी न गलेगी, उत्पादन भी 15 फीसदी बढ़ेगा | सोयाबीन की फसल अब ज्यादा पानी में न खराब होगी, न कम पानी में सूखेगी. देश में किसानों की आय बढ़ानभारत में सोयाबीन प्रमुख खरीफ फसलों में से एक है. सोयाबीन की खेती,,किस्में और संकर,अन्तःफसल पद्धतियाँ,बीजों की गुणवत्ता,बुआई की विधियाँ,खाद एवं उर्वरक,सिंचाई,निंदाई-गुड़ाई,मुख्य. काबुली चने की खेती करने वाले किसानों के लिए पानी की कमी. गन्ने की नई किस्म 15023 को दिया जाएगा बढ़ावा. सामग्री : 100 ग्राम सोयाबीन, 50 ग्राम उड़द की धुली दाल, घी-तेल तलने के लिये, सोंठ पिसी-चौथाई छोटी चम्मच, 500 ग्राम दही. बासमती की नई किस्म से किसानों को होगा फायदा. देश में तिलहन फसलों का. Top 10 Soybean Varieties in 2023 - सोयाबीन की नई किस्म | फुले संगम सोयाबीन | सोयाबीन की उन्नत किस्में mp, up, राजस्थान, महाराष्ट्र, झारखंड गुजरात, दक्षिण भारत सोयाबीन की नवीन किस्म आर. Improved variety of soybean 2022 देश में विकसित सोयाबीन की 10 नई किस्मों की खेतों में बुवाई करने से किसानों को मिलेगी अधिक पैदावार. Improved variety of soybean 2022 देश में. मक्का. देश में कोरोना संक्रमण की स्थिति बेहद गंभीर है। दिन- प्रतिदिन बढ़ रही कोरोना संक्रमितों की संख्या ने देश में मेडिकल आपातकाल जैसी स्थिति है। गंभीर. चना की खेती करने से पहले चना की किस्मों (Chana ki kisme) के बारे मे जानकारी होना काफी महत्वपूर्ण माना जाता है. सोयाबीन की किस्में (soyabean ki variety) जेएस- 2029. 5. सी. एस. प. 23 नवम्बर 2023, नई दिल्ली: आसियान-भारत बाजरा महोत्सव 2023 इंडोनेशिया के. A. मध्यम अवधि की किस्म है जो सिर्फ 94 दिनों में पक जाती है। इसकी औसत उपज 16. औषधीय गुणों से भरपूर आँवला की खेतीगेहूं की नई उन्नतशील किस्म dbw 222 (करण नरेंद्र) देश केज्यादातर किसान रबी के मौसम में गेहूं की खेती बड़े पैमाने पर करते हैं. डॉ. सोयाबीन - [वैज्ञानिक नाम="ग्लाईसीन मैक्स"] सोयाबीन फसल है। यह तिलहन के बजाय दलहन की फसल मानी जाती है। सोयाबीन दलहन की फसल है शाकाहारी. सभी किसान भाई इस वक्त खरीफ की फसल बोने की तैयारी में लगे हुए हैं इस समय किसानों के हित के लिए NCR की नई किस्म को मंजूरी दी गई है यह सोयाबीन (Soyabean newजाने सोयाबीन की कोन सी किस्म रहेगी आप के लिए सही (2023) जाने जैविक खेती क्या है और कैसे की जाती हैनई दिल्ली. देश में कोरोना संक्रमण की स्थिति बेहद गंभीर है। दिन- प्रतिदिन बढ़ रही कोरोना संक्रमितों की संख्या ने देश में मेडिकल आपातकाल जैसी स्थिति है। गंभीर. सोयाबीन की सबसे बेस्ट वैरायटी - आरकेएस 24 (RKS 24) Soybean Variety है। सोयाबीन की उन्नत किस्म उत्तरी पहाड़ी - हिमाचल प्रदेश और उत्तराखंड क्षेत्र के. एस.